पशुपतिनाथ मंदिर के पुरोहितों और यजमानों की संस्था "ज्योतिष एवं कर्मकांड परिषद द्वारा में श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में स्वतंत्रता दिवस हिन्दू पंचांग के आधार पर 27 जुलाई, बुधवार को मनाया गया। इस दौरान विशेष पूजा- पाठ कर देश की समृद्धि व खुशहाली की भगवान से प्रार्थना की। यह परंपरा पिछले 37 साल से चली आ रही है। ज्योतिष एवं कर्मकांड परिषद के संस्थापक उमेश जोशी ने बताया कि देश 15 अगस्त 1947 को जब अंग्रेजी राज से आजाद हुआ, तब हिंदू पंचांग के मुताबिक श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी थी। इस बार श्रावण कृष्ण चतुर्दशी बुधवार को है और हमने अपनी परंपरा के अनुसार पशुपतिनाथ मन्दिर में स्वतंत्रता दिवस मनाया। इस दौरान पुरोहितों द्वारा अष्टमुखी शिवलिंग का विशेष श्रृंगार कर पूजा की। परिषद के रविन्द्र पाण्डेय ने बताया कि पशुपतिनाथ मंदिर में आजादी कापर्व 18 दिन पहले ही 27 जुलाई को मना लिया गया। पशुपतिनाथ मंदिर में हर साल इसी तिथि के अनुसार विशेष पूजा-पाठ कर स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। यह परम्परा 1985 से जारी है।
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दूर्वा व जल से किया अभिषेक
पं. पाण्डेय ने बताया कि बुधवार को परिषद द्वारा प
शुपतिनाथ मंदिर में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान दूर्वा व जल से शिवलिंग का अभिषेक किया गया और देश की समृद्धि तथा सुरक्षा की प्रार्थना की गई। दूर्वा अभिषेक में संस्था ज्योतिष एवं कर्मकांड परिषद भारत के संस्थापक पं. उमेश जोशी, पं. मनोहरलाल शर्मा, पं.नवीन जोशी, पं. पीयूष जोशी, प. विशाल जोशी, प. अनिरुद्ध जोशी, पं. कैलाश भट्ट, पं. पुरुषोत्तम जोशी, पं. रविंद्र पांडे, रवि अग्रवाल, बंसीलाल टांक, नितिन शर्मा, सुनील पालीवाल, जगदीश अग्रवाल, आशीष चौधरी, चंद्रशेखर चौधरी अमूल, पुलिस विभाग से राजेंद्र कुमावत, विजयसिंह पूरावत, नरेंद्र जोशी आदि सदस्य उपस्तिथ रहे।